महाराष्ट्र में अचानक कैसे आया 162 का आंकड़ा, जानिए पूरा गणित
महाराष्ट्र के महाभारत में अब एक नया आंकड़ा सामने आ गया है। कुछ घंटे पहले तक इस राज्य में सरकार बनाने के लिए जरूरी 145 सीटों का आंकड़ा सबसे अहम था। मुंबई से लेकर दिल्ली तक इसी नंबर की चर्चा थी।
मगर सोमवार शाम को शिव सेना नेता संजय राउत ने अचानक से ट्वीट कर 162 नंबर को लेकर बहस छेड़ दी। उन्होंने दावा किया कि शाम को मुंबई के होटल ग्रांड हयात में शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस गठबंधन ने 162 विधायकों की परेड करवाई जाएगी। परेड हुई भी। 'हम 162' का नारा भी लगाया गया। मगर सवाल यह बना रहा कि आखिर 162 विधायक कहां से आए।
शिव सेना के 56 विधायक हैं, कांग्रेस के 44 और एनसीपी के 54 विधायक। यह आंकड़ा कुल मिलाकर 154 ही होता है। उस पर एनसीपी नेता अजित पवार भाजपा के खेमे में हैं। दो अन्य एनसीपी विधायक भी लापता बताए जा रहे हैं। मतलब 151...फिर यह आंकड़ा...!
दरअसल शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस को अपने विधायकों के वापस आने के साथ छोटे दलों और निर्दलीय विधायकों के साथ की उम्मीद है। प्रहार जनशक्ति पार्टी के दो विधायक पहले ही शिव सेना को समर्थन पत्र सौंप चुके हैं। क्रांतिकारी शेतकारी पार्टी के एक विधायक और समाजवादी पार्टी के दो विधायक भी इसी गठबंधन के साथ हैं। वाम दलों के अलावा चार निर्दलीय विधायक भी इसी खेमे में हैं। निर्दलीय विधायक आशीष जयसवाल, नरेंद्र भोंडेकर, मंजुला गावित और चंद्रकांत पाटिल भी एनसीपी-शिवसेना-कांग्रेस के साथ हैं।
मगर सोमवार शाम को शिव सेना नेता संजय राउत ने अचानक से ट्वीट कर 162 नंबर को लेकर बहस छेड़ दी। उन्होंने दावा किया कि शाम को मुंबई के होटल ग्रांड हयात में शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस गठबंधन ने 162 विधायकों की परेड करवाई जाएगी। परेड हुई भी। 'हम 162' का नारा भी लगाया गया। मगर सवाल यह बना रहा कि आखिर 162 विधायक कहां से आए।
शिव सेना के 56 विधायक हैं, कांग्रेस के 44 और एनसीपी के 54 विधायक। यह आंकड़ा कुल मिलाकर 154 ही होता है। उस पर एनसीपी नेता अजित पवार भाजपा के खेमे में हैं। दो अन्य एनसीपी विधायक भी लापता बताए जा रहे हैं। मतलब 151...फिर यह आंकड़ा...!
दरअसल शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस को अपने विधायकों के वापस आने के साथ छोटे दलों और निर्दलीय विधायकों के साथ की उम्मीद है। प्रहार जनशक्ति पार्टी के दो विधायक पहले ही शिव सेना को समर्थन पत्र सौंप चुके हैं। क्रांतिकारी शेतकारी पार्टी के एक विधायक और समाजवादी पार्टी के दो विधायक भी इसी गठबंधन के साथ हैं। वाम दलों के अलावा चार निर्दलीय विधायक भी इसी खेमे में हैं। निर्दलीय विधायक आशीष जयसवाल, नरेंद्र भोंडेकर, मंजुला गावित और चंद्रकांत पाटिल भी एनसीपी-शिवसेना-कांग्रेस के साथ हैं।
ऐसे समझें पूरा गणित
शिव सेना | 56 |
एनसीपी | 54 (-3) |
कांग्रेस | 44 |
प्रहार जनशक्ति पार्टी | 02 |
समाजवादी पार्टी | 02 |
क्रांतिकारी शेतकारी पार्टी | 01 |
सीपीआईएम | 01 |
निर्दलीय | 05 |
कुल | 162 |
इसी गणित के दम पर शिव सेना, एनसीपी और कांग्रेस ने 162 विधायकों के साथ होने की हुंकार भरी।
समाजवादी पार्टी नेता अबू आजमी ने कहा कि पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव के निर्देश पर मैंने शिवसेना-एनसीपी-कांग्रेस गठबंधन को समर्थन का पत्र सौंप दिया है। वहीं, शिवसेना विधायक अब्दुल सत्तार ने कहा कि आज हमारे साथ 162 विधायक हैं, अगर भाजपा के पास है तो उन्हें बताना चाहिए। तो तोड़फोड़ का प्रयास करेगा हम उसकी मुंडी उसकी तोड़ देंगे।